Amit Panghal, Jasmine win Paris Olympic quota

अमित पंघाल, जैस्मिन ने पेरिस ओलंपिक कोटा जीते

Amit Panghal, Jasmine win Paris Olympic quota

Amit Panghal, Jasmine win Paris Olympic quota

Amit Panghal, Jasmine win Paris Olympic quota- बैंकाकI 2022 राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण पदक विजेता अमित पंघाल (51 किग्रा) और जैस्मिन लंबोरिया (महिला 57 किग्रा) ने रविवार को विश्व ओलंपिक मुक्केबाजी क्वालीफायर्स में अपने-अपने क्वार्टरफाइनल मुकाबले जीतकर भारत को पेरिस ओलंपिक के लिए पांचवां और छठा ओलंपिक कोटा दिला दिया।  

अमित ने 51 किग्रा क्वार्टर फाइनल में चीन के लियू चुआंग को सर्वसम्मति से 5:0 से हराया और पेरिस ओलंपिक कोटा हासिल करने वाले पांचवें भारतीय मुक्केबाज बन गए। 2019 विश्व चैंपियनशिप के रजत पदक विजेता अमित इस जीत के साथ निशांत देव (71 किग्रा) के बाद पेरिस कोटा हासिल करने वाले दूसरे भारतीय पुरुष मुक्केबाज बन गए। जैस्मिन लंबोरिया ने माली की मेरिन कमारा को 57 किग्रा वर्ग के क्वार्टरफाइनल में 5-0 से हराकर कोटा जीता ।

ये तीन मुक्केबाज तीन महिला मुक्केबाजों निखत जरीन (50 किग्रा), प्रीति साई पवार (54 किग्रा) और लवलीना बोर्गोहैन (75 किग्रा) की श्रेणी में शामिल हो गए , जिन्होंने 2022 एशियाई खेलों में कांस्य पदक जीतकर अपनी बर्थ पक्की कर ली थी।

2022 राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण पदक विजेता अमित पंघाल ने धीमी शुरुआत से उबरने के लिए अपने तेज तर्रार मूवमेंट पर भरोसा किया। पंघाल ने चुआंग के खिलाफ दृढ़ता और आक्रामकता का बेहतरीन प्रदर्शन करके इस सूची में अपना नाम जोड़ लिया। चुआंग ने राउंड 1 में कुछ बेहतरीन मुक्कों के दम पर 4:1 से जीत दर्ज की थी।

भारतीय राष्ट्रीय चैंपियन ने राउंड 2 में पूरी ताकत से वापसी की और लगातार हमला करते हुए बढ़त हासिल की, जिससे सभी पांच जज प्रभावित हुए। निर्णायक राउंड में दोनों मुक्केबाजों ने एक-दूसरे को पछाड़ने की कोशिश करते हुए मुक्केबाजी का जोरदार प्रदर्शन किया।

पंघाल आखिरकार शीर्ष पर रहे क्योंकि उन्होंने अपने चीनी प्रतिद्वंद्वी को चतुराई से चकमा दिया और अपने संयोजन को उसके चेहरे और शरीर पर लगाया और सर्वसम्मति से फैसला लेकर मुकाबला जीत लिया।

जैस्मिन लंबोरिया ने माली की मेरिन कमारा को 57 किग्रा वर्ग के क्वार्टरफाइनल में 5-0 से हराकर भारत को पेरिस ओलंपिक के लिए छठा कोटा दिला दिया।

राष्ट्रमंडल खेलों की कांस्य पदक विजेता ने भारत को 57 किग्रा वर्ग में कोटा वापिस दिलाया जो परवीन हुड्डा के पता-ठिकाना बताने में विफलता के कारण उन पर लगे 22 महीने के निलंबन के कारण छिन गया था।

जैस्मिन को बैंकाक में 57 किग्रा वर्ग में रिजर्व के रूप में उतरने की अनुमति दी गयी जबकि पहले विश्व क्वालीफायर्स में वह 60 किग्रा वर्ग में लड़ी थीं।

हालांकि भारत को एक निराशा उस समय हाथ लगी जब सचिन सिवाच पुरुषों के 57 किग्रा वर्ग में कोटा तय करने के लिए तीसरे स्थान के प्ले-ऑफ में किर्गिस्तान के मुनरबेक सेइतबेक उल से 0-5 से हार गए।